जब ऑन लाइन खरीदी समान देश/दुनि में एक कुण बै दुसर कुण तक पहुंचि सकुं त मुहल्ल /कॉलोनी में दुकान चलणी व्यापारियों कें अपणि पकड़ इलक में द्वार द्वार तक भेजण क सेवा में सक्षम हण कि दिशा में बढ़ण चें।
मतलब ठुलि ऑनलाइन कंपनियों कै वाई इंटरनेट परि अपणि दुकानक द्वारा अपण पकड़/ पहुंचक इलक में रहणी गाहकों तक घर घरू पुजण कि योजना सुनिश्चित करण चें।
कोरोना काल में भौत से दुकानदार यस करण लै मइ। और लाला जी एप्प उन सबै छ्वट/मध्यम व्यौपार्यौं कें उनर अपण ऑनलाइन व्यौपार भल ढंगल चलाण में सक्षम बनण क एक माध्यम लै है सकुं।
लालाजी एप्प क इस्तमाल क म्वट तौर परि तीन फैद है सकनी।
1. कोरोना काल में अपण गाहकों कें अपण दुकान परि बिना बुलहिए उनर जरवत क समान उनर द्याहा पुजै बै सामाजिक दूरी क पालन करते हुये कोरोना संक्रमण परि रोक अपण गाहाकों कि जरवतों कें घर घर पुजै बेर पुरि करि सकीं।
2. मानि लि जाव दुकानदार क कारोबार अघिन बड़ू तो अफ़ि अफी वक व्यौपारै में नै सप्लाई चेंन में लै राहत मिललि अर ठुल स्त परि आर्थिकी में लै उछालऐ जालु।
3 .घर घरू पुजण कि तत्परता से सुनिश्चित करणा लिजि दुकानदार कें अपण पकड़क एरिया बै बेरोज़गार जवानों कि स्यौ लिणे पड़लि अरयल हर जग परि रोज़गारक लै सृजन हौल।
1. भारत में फुटकर ब्यौपार एक ट्रिलियन (एकखरब ) है मथ बतई जां। अर्थ व्यवस्थक इतुक ठुल संख्या कें पैद करण में छ्वट /मध्यम दर्ज़ क दुकानदारु कि सबु है ठुलि भूमिका हैं।
2. यौ एक ट्रिलियन (एक खरब ) क ब्यौपार कें हथ्यण क लिजि राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय कम्पनी बाज़ार में उतर मई। मतलब गाहक नि बढ़मय पर उनु तक माल बेचणा लिजि खिलाडी मैदान में उतर मई।
3. क्या पत्त जब छ्वट दुकानदार या वेतिक डिपार्टमेंटल स्टोर अपण गाहकों कें उ हिसाबक स्यौ दिण में पछिन है जेंल तो उनर ब्यौपार खत्र में पड़ि जालु। जसै दर्ज़ी / हलवायु क काम कम है गई वसै छ्वट फुटकर ब्यौपारि ठंड बेचण तक सीमित रहै जेंल। विकसित देशों में यसु पैलियै है गो।
हमरु विश्वास छ कि ब्यौपारि कोरोनाकाल में लाला जी एप्प क इस्तमाल से न केवल अपण कारोबार कें बढ़ण क लिजि अघिल बढि सकुं बल्कि कोरोन क संक्रमण कें रोकण में अलग भूमिका निभाते हुए देश कि आर्थिकी कें दुबारा ज्यौन करते हुये,अपण गाहकों कि जरवतों कि पूर्ति क दघड़ दघड़े रोजगार क मौक लै उपजै सकुं। यक लिजि दुकानदार / स्टोरमालिक कें अपणि कमज़ोरियों और हिम्मत कें समझण हौल। जसै कि :
1 .कमज़ोरी यौ छ कि तुमु कें लागौं कि ऑनलाइन फुटकर ठुल कंपनियों क खेल छ अर तुमर यौ से क्वे मतलब नि छ। तबै तुमुल यौ दिशा में काबिल बनण कि दिशा में क्वे प्रयास लै नि कौय।
3 .ठुल शॉपिंग मॉल तब तकै भल छें जब तक गाहक क डेबिट कार्ड में दम छ। बुर बखत परि गाहक कें उधार त तुमर येति लै मीलुं।
2 .तुमरि हिम्मत यौ छ कि तुमर अपण गाहक दघड़ बरसों पुरण सम्बन्ध छें अर गाहक लै जाणु कि तुमरि दुकान में क्या मिलूं।
मोहल्ला/कॉलोनियों क, कस्बों क उ तमाम ब्यौपारि जो फुटकर (रिटेल) क कारोबार बै हों, उ जग क अनुसार डिपार्टमेंटल स्टोर क चलणी, दवाई बेचणी, ढाबा/रेस्टोरेंटक मालिक, साग/फल बेचणी अर कपड़ धुणी - प्रैस सेवा बै जुड़ी सबै कारोबारी अर सप्लायर/डीलर लाला जी एप्प क इस्तमाल करि सकनि।
“लाला जी एप्प” क इस्तमाल से पैली तुमुकें स्पष्ट कर द्युं कि और और एप्प कै वाई लाला जी एप्प तुमुकें मोबाइल फ़ोन क अर एप्पक डाटा क इस्तमाल कि अनुमति नि मांगुन। मतलब “लाला जी एप्प” तुमुकें मोबाइल फ़ोन में सुरक्षित क्वे जानकारी परि नज़र नि धरनु नत तुमरि जासूसी करूनु।
1. लाला जी एप्प कें यौ लिंक ल डाउनलोड करौ
2. लाला जी एप्प क इस्तमाल क नियम अर शर्तों कें ध्यानल पढ़िया अर यदि ठिक लागिल त स्वीकार करौ। नियम अर शर्त तुम यौ लिंक में बै लै पढ़ि सकछा।
3 .मर्चेंट मतलब ब्यौपारि क विकल्प चुनते हुए अपणि दुकान स्थापित करौ। यक लिजि अपणि दुकान /स्टोर क नाम, पत्त अर फोटो दर्ज़ करौ। फोटो तुमु कें अफी खिचि बै अपलोड करण पड़लि किलै कि एप्प में कैमरा क सिध इस्तमाल क विकल्प नि धरि गोय।
4. बौं तरफ मथ उपलब्ध विकल्पों में QR कोड कें चुनौ अर उकें सेव करि लियौ। यौ QR कोड “लाला जी एप्प” में तुमरि दुकान/व्यवसाय का लिंक छौ ।तुमुकें अपणि दुकानक QR कोड कें प्रिंट करवै बै अपण काउंटर परि लगाण पड़ल। जब लाला जी एप्प कि डाउनलोड कर बेर ग्राहकाक (customer) रूप में रजिस्टर करते हुए तुमरि दुकानौक QR कोड स्कैन करौल त सिद्द लाला जी एप्प पर तुमरि दुकान हुँ जुड़ जाल और घर भेटि आर्डर कर सकौल।
5. यक अलावा तुमु कें अपण स्टोर कें गूगल बिज़नेस परि लै पंजीकृत करवाण चें। इमें भविष्य में तुमर गाहकों कें ध्यहा कें बैठि बैठी तुमरि दुकान /स्टोर से जुड़ण क मौक मिलल। हमर यौ लै सुझाव छा कि गूगल बिज़नेस में अपण कारोबार कें रजिस्टर करण द्या तुम अपण कारोबार क नाम क अघिन या पछिन "लालाजी " लै लेखि सक छा। ये से गाहक कें इंटरनेट परि तुमरि दुकान/स्टोरकें खोजण में आसानी रहलि। उदहारण लिजि 'आराध्य स्टोर' क गूगल बिज़नेस में पंजीकरण 'लाला जी आराध्य स्टोर' अथवा 'आराध्य स्टोर लाला जी' क रूपलै करि जै सकुं। यक द्वारा ठुल शॉपिंग मॉल क चेन क बराबरी छ्वट कारोबारियौं कि चेंन ठड्यइ सकियलि। गूगल बिज़नेस परि अपण कारोबार क रजिस्ट्रेशन करते हुए तुमुकें अपण QR कोड कि फोटो शेयर करण पड़लि अर अपण कारोबार क विवरण कें दर्ज करते हुए अपणि दुकान कें विशेष एप्पक लिंक लै शेयर करण चें। गूगल बिज़नेस परि रजिस्ट्रेशन क लिजि यौ लिंक परि क्लिक करौ। गूगल बिज़नेस .
6 .कृपया ध्यान दिया कि गूगल बिज़नेस परि रजिस्ट्रेशन छ्वट कारोबारियौं कें इंटरनेट परि जोड़ण क माध्यम बनि सकुं। अंतर तुमर अर अपण गाहक क सिध सम्बन्ध गाहक द्वारा तुमर विशेष लाला जी एप्प परि रजिस्ट्रेशनै करण से है जालु। तुमर अपण गाहकों कि सूची केवल तुमरै पास रहलि।
7. तुमु से जुड़ण क बाद गाहक तुमु कें सिध एप्प पर देयी आर्डर फार्म क द्वारा आर्डर करल जो तुमुकें तुरंत एप्प परि मिल जालु।आर्डर प्राप्ति कि सूचना तुम तुरंत गाहक कें भेजि सकछा। गाहक क पास घर पुजण अर अफी लिंण क बिकल्प हैंल। गाहक क आर्डर क अनुसार सामान भरण क बाद दुकानदार आर्डर फार्म परि समान क कीमत लेखि बै बिल वापिस गाहक कें भेजि द्यलु अर द्यहा पुजण क टेम लै बतै सकलु अर अपण पौंछक इलक में जल्दी से जल्दी भेजण कि व्यवस्था करलु। समान लिण क बखत गाहक कि संतुष्टि क बाद दुकानदार कें डिलीवरी कर्मचारी UPI या नकद भुगतान लि बै आर्डर बंद करलु।
8. यौ प्रतिस्पर्धा क युग छौ। ऑनलाइन कम्पनी यदि देश क एक कुण बै दूसर कुण अपण समान पौंछे सकनी त यौ सुविधा मोहल्ल/कॉलोनिक कारोबारियु क अपण इलक में घंट भरि में दि सकनी। ठुलि कम्पनी लै द्यहा पुजण क डबल चार्ज कर नि त मोहल्ल/कॉलोनिक कारोबारी लै द्यहा भेजण क खर्च निर्धारित करि सकनी अर जल्दी द्यहा पुजण क लिजि इलक क बेरोज़गार जवानों कें डिलीवरी करणी डिलीवरी एग्जीक्यूटिव क रूप में स्यव लेते हुए कम समय में रूज़गार पैद करि सकनि। यौ बाबत में कोरोना बै संक्रमण से बचाव क लिजि नियम अर शर्तों कें ध्यान से पढौ।
9. पुर समझण लिजि यौ वीडियो देखिया।